24 घंटे से अधिक बारिश में कई कॉलोनियां जलमग्न, नगर में हाहाकार
पलेरा- स्थानीय नगर में शुक्रवार की शाम से हुई तेज बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। लगातार हो रही तेज बारिश के चलते समूचे नगर में लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नगर की कई कॉलोनी ऐसी है, जहां बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। नगर की वार्ड क्रमांक 11 में कुछ समय पूर्व मन्नू तलैया जल स्रोत पर भूमाफियाओं द्वारा बंधान तोड़ दी गई, लेकिन नगर का प्रशासन भूमाफियाओं के आगे नतमस्तक बना रहा। ऐसे में स्थिति यह हो गई है कि मानसून के दौरान लगातार हो रही बारिश के चलते नगर के वार्ड में रहने वाले नागरिकों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। नगर के काशी प्रसाद यादव, देवकीनंदन विश्वकर्मा ने बताया कि बीते शुक्रवार की शाम से लगातार बारिश के चलते शनिवार की सुबह कॉलोनिया जलमग्न हो गई। बारिश का पानी कई लोगों के घरों के अंदर भर गया। हालात बिगड़ते देख नागरिकों ने प्रशासन को सूचना दी। जिसके बाद जतारा एसडीएम, तहसीलदार कुलदीप सिंह ठाकुर, नगर परिषद सीएमओ शिवि उपाध्याय मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने जेसीबी मशीन की सहायता से मन्नू तलैया पर रोके गए पानी के वहाव को काटकर रास्ता बनवाया। जिससे बस्तियों में घुसा हुआ पानी बाहर निकल सके। इसके अलावा नगर के विद्युत सब स्टेशन की जमीन को सुरक्षित करने के लिए विभाग द्वारा बनाई गई बाउंड्री वॉल भी ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण के चलते पहली ही बारिश में धराशाही हो गई। नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 3 अंतर्गत आने वाली कंचनपुरा सड़क भी बारिश के पानी के तेज बहाव में वह गई। वार्ड क्रमांक 3 पार्षद गुलाब आदिवासी ने बताया कि लगातार बारिश के चलते बगारभाटा आदिवासी क्षेत्र में कई लोगों के मकान पानी से घिरे हुए हैं। ठीक इसी प्रकार नगर के लोक सेवा केंद्र एवं कृषि उपज मंडी कार्यालय के पास शासकीय भूमि पर रखी गई दुकानों के चलते वार्ड वाशिंदों के घरों में बारिश का पानी भर गया। पार्षद प्रतिनिधि संजय अहिरवार उर्फ संजू बाबा ने बताया कि नगर परिषद में कई बार सूचना देने के बाद भी शासकीय जमीन से अतिक्रमणकारियों की दुकाने न हटाने को लेकर बारिश के समय यह स्थिति बनी हुई है। अवैध गुमटियों के रखे जाने से जल निकासी का मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध है। जिसके चलते पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही तेज बारिश से वार्ड के नागरिकों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नगर के नागरिकों का आरोप है कि शासकीय जमीनों पर लगातार अतिक्रमण करते हुए पानी निकासी के रास्ते रोक दिए गए। इसलिए बारिश के समय जलभराव व निकासी की जगह ही नहीं बची। उन्होंने कहा कि कॉलोनियों व मुख्य मार्गों की सड़कें सीमेंट-कंक्रीट की बन रही हैं। साइड में मिट्टी की खाली जगह ही नहीं बच रही। इसलिए बरसाती पानी का जमीन में पुनर्भरण नहीं हो रहा। इसके अलावा हर साल समस्त वार्डों की नालियों एवं नालों की सफाई प्रभावी तरीके से नहीं हो रही। निकासी के मार्ग बाधित है।
संवाददाता : मुहम्मद ख्वाजा
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