करोड़ों रूपये की पुलिया में होल, खतरे की आहट
सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 निर्माणाधीन फोरलेन सड़क के झुरही नाला पुलिया का मामला
सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 निर्माणाधीन फोरलेन सड़क के कार्य की गुणवत्ता का पोल खुलने लगा है। आलम यह है कि बरगवां एवं सजहर जंगल के झुरही के समीप निर्माणाधीन पुलिया में एक बड़े होल ने हादसे का संकेत दे रहा है। वही सड़क एवं पुलिया के निर्माण कार्य के गुणवत्ता पर तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं।
दरअसल सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 का निर्माण कार्य पिछले 2012-13 से चल रहा है। करीब 85 किलोमीटर सड़क को भारत सरकार राष्ट्रीय राज मार्ग भूतल परिवहन मंत्रालय ने अब तक कार्य पूर्ण नही करा पाया। आरोप है कि एमपीआरडीसी के अधिकारियों के उदासीनता का खामियाजा यहां के रहवासियों को भुगतना पड़ रहा है। विपक्षीय दलों का आरोप है कि उक्त नेशनल हाईवे मार्ग कमीशनखोरी एवं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। करीब 13 साल बाद भी इस 85 किलोमीटर लम्बाई सड़क के कार्य को भाजपा सरकार नही बन पाई। वही निर्माणाधीन फोरलेन सड़क मार्ग अभी से क्षतिग्रस्त होने लगी है। सड़क में जगह-जगह गड्ढे इस बात के गवाह हैं। वही बरगवां के आगे सजहर जंगल के पूर्व झुरही नाला पर करोड़ों रूपये की लागत से पुलिया का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जहां टू-लेन की पुलिया में एक बड़ा होल हादसे का संकेत दे रहा है। वही पुलिया के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी प्रश्र चिन्ह खड़ा होने लगा है। निर्माणाधीन पुलिया में यह होल कै से हो गया, इसपर भी तरह-तरह की चर्चाएं की जाने लगी है। एक ओर जहां इस बात की चर्चा है कि सड़क एवं पुल-पुलियों के निर्माण कार्य में जमकर कमीशनखोरी हुई है। वही दूसरी ओर आरोप है कि एमपीआरडीसी ने पुल-पुलियों के निर्माण कार्य के दौरान सब कुछ जिम्मा ठेकेदार के ऊपर छोड़ दिया। जिसका परिणाम यह निकला कि करोड़ों रूपये की लागत से झुरही नाला का बना पुलिया होल हो गया। कहीं न कहीं उक्त पुलिया व्यापक पैमाने पर कमीशनखोरी की गई या फिर एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने कार्यस्थल का समय-समय पर परीक्षण एवं निरीक्षण नही किये। जिसके चलते करोड़ रूपये की सड़क एवं पुलिया के कार्य पर लोगबाग तरह-तरह के शक करते हुये जिम्मेदार अधिकारियों को सवालों में घेर रहे हैं।
एमपीआरडीसी के अमले की टूटी नींद, खाखन नाला पर शुरू किया कार्य
सजहर जंगल एवं जोगिनी गांव के मध्य खाखन नदी की पुलिया कई वर्षो से निर्माणाधीन है। जहां खाखन नदी पर आये दिन वाहन हादसे का शिकार हो रहे हैं। पुरानी पुल भी क्षतिग्रस्त है। जिसे बीच-बीच में नवभारत प्रमुखता के साथ खबरों को प्रकाशित कर जिला प्रशासन एवं एमपीआरडीसी के अधिकारियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराता रहा। अब कहीं एमपीआरडीसी के अमले की नींद टूटी और खाखन नदी पर निर्माणाधीन एवं क्षतिग्रस्त पुलिया को ठीक-ठाक कराने में लगा हुआ है। ताकि नेशनल हाईवे का आवागमन सुचारू रहे।
गैमन इंडिया व टीबीसीएल कंपनी ने कराया था कार्य
नेशनल हाईवे 39 के पुल-पुलियों व सड़को का कार्य पहले गैमन इंडिया और जब यह ब्लैक लिस्टेड हुई तो टीबीसीएल को कार्य कराने का अवसर मिला। इन दिनों संविदा कंपनियों ने कार्य की गुणवत्ता को नजर अंदाज किया। जिसके चलते निर्माणाधीन सड़क एवं पुल क्षतिग्रस्त होने लगे। यहां बताते चले कि 7 साल पूर्व कर्थुआ नाला पर बना पुलिया में भी इसी तरह का एक बड़ा होल हो गया। उस दौरान गैमन इंडिया संविदा कंपनी कार्य करा रही थी और उसने टेक्रोयूनिक कंपनी को कार्य दिया था। जहां मामला सामने उजागर होने पर ठेकेदार ने लिपापोती कर दिया था। वहीं अब झुरही नाला पर बने पुल में एक बड़ा होल होने पर एमपीआरडीसी के अधिकारी भी सवालों में घिर रहे हैं। अभी फोरलेन पुलिया में से टू-लेन का कार्य निर्माणाधीन है।
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