वर्षो से काबिज भूमि पर पार्षद दफ्तर बनाये जाने का विरोध शुरू कलेक्टर समेत ननि अध्यक्ष व आयुक्त के यहां प्रभावित लोगों ने दिया आवेदन


ननि के वार्ड क्रमांक 38 में स्थित शासकीय जमीन में वर्षो से काबिज एवं आवास बनाकर रहने वाले लोगों को उजाड़ने की तैयारी, उसमे पार्षद दफ्तर एवंं सामुदायिक भवन बनाने की चल रही कवायद को लेकर प्रभावित लोगों ने नगर निगम दफ्तर पहुंच विरोध दर्ज कराया है। 

वार्ड क्रमांक 38 के नितिश कुमार, गंगा सागर, इन्द्रेश कुमार साकेत, विकास कुमार साकेत, राकेश कुमार, रीना भारती समेत आधा दर्जन से अधिक प्रभावित लोग आज कलेक्ट्रोरेट, नगर निगम अध्यक्ष एवं निगमायुक्त के यहां आवेदन पत्र देते हुये बताया है कि ग्राम ढोटी स्थित आराजी खसरा क्रमांक 804 में पुस्तैनी मकान निर्मित है। जहां बूढ़े मॉ-बाप एवं बच्चों के साथ निवासरत होकर अपना जीवकोपार्जन कर रहे हैं। इनका कहना है कि उक्त भूमि व मकान के अलावा अन्य कोई भूमि व घर नही है। किंतु वार्ड क्रमांक 38 के पार्षद इर्ष्याद्वेश व अनुसूचित जाति होने के कारण उक्त भूमि पर शासकीय भवन पार्षद कार्यालय, सामुदायिक भवन बनवाने का प्रस्ताव किया गया है। जबकि उसी सीमा से लगी अन्य कई आराजी हैं, जहां अधिकांश लोग लम्बे-चौड़े आवास बनाकर मकान किराये पर दिये हैं। इतना ही नही जिनके द्वारा उक्त शासकीय भूमि पर निगाह रखी जा रही है उनके पास कई एकड़ निजी जमीन है। उनका यह भी कहना है कि पार्षद जानबुझकर सुनियोजित तरीके से पीछे पड़े हुये हैं। 8 मई को मुख्यमंत्री को भी आवेदन पत्र दिया गया था। जहां आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन उक्त आवेदन के बारे में आज तक कोई कार्रवाई नही की गई है। उक्त आवेदको ने कहा है कि आराजी नम्बर 804 में कोई भी शासकीय निर्माण होता है तो कई परिवार बेघर हो जाएंगे। आवेदको ने न्याय की गुहार लगाई है।

संवाददाता :- आशीष सोनी