क्या मंत्री के पनाह में हुआ हमला,न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता के साथ दबंगों ने की मारपीट
सिंगरौली जिले में कानून व्यवस्था एक बार फिर कई सवालों के घेरे में आकर खड़ी है, बैढ़न सेशन कोर्ट के अधिवक्ता एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता अमरनाथ पाल पर बीते दिनों जमीनी विवाद को लेकर प्राण घातक हमला कर दिया गया। घायल अधिवक्ता का इलाज जिला अस्पताल सह ट्रॉमा सेंटर में जारी है, लेकिन अब तक प्राथमिक की दर्ज नहीं की गई जिससे अधिवक्ता जगत में रोज व्याप्त है।
घायल वकील ने बताया कि हमले के दौरान आरोपियों ने खुले आम कहा हम मंत्री के आदमी हैं तुम्हें जान से मार देंगे यहां से भाग जाओ नहीं तो पुलिस में न एफआईआर होगी ना ही कोई सुनवाई,सीधे फैसला होगा। वकील के सिर हाथ और पैर में गंभीर चोटे आई हैं।
सूत्रों के अनुसार राज्य मंत्री राधा सिंह स्वयं ट्रामा सेंटर पहुंचीं एवं वकील से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री राधा सिंह का एक बयान भी है जिसमें उन्होंने कहा कि मेरा नाम क्यों लिया जा रहा है क्या मैं संरक्षण दे रही हूं इन्हें कौन मारा है यह भ्रामक खबर सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है ।मंत्री राधा सिंह के इस बयान के बाद मामला और भी गरम हो गया है।
वही इस मामले को अधिवक्ता संघ ने इसे कानून व्यवस्था की नाकामी बताया और चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र प्राथमिक की दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह न्यायालय परिसर में धरना प्रदर्शन करेंगे और कार्य को बाधित करेंगे अधिवक्ताओं ने कहा कि जब न्याय की लड़ाई लड़ने वाले हैं सुरक्षित है तो आम नागरिकों के क्या होगा स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्राथमिक दर्ज करना पुलिस की नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी है लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते पुलिस अधिकारी खुद को असहज महसूस कर रहे हैं इसलिए अभी तक कोई प्राथमिक दर्ज नहीं हुई है। गलियारों में तो यह भी चर्चा है कि पुलिस महके में ऊपर से रोक लगाना अब आम हो गया है सामाजिक संगठन व अधिवक्ताओं ने मांग की है की घटना के निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए ताकि ऐसे दबंगों का मनोबल ना बड़े यह मामला अब सिर्फ एक व्यक्ति पर हमले का नहीं बल्कि जिले में सत्ता के संरक्षण में अपराधियों की बढ़ती हिम्मत का प्रतीक बन गया।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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