बैतूल में NSUI ने तोड़े बैरिकेड, छात्र संघ चुनाव बहाली और मेडिकल कॉलेज घोटाले की जांच मामले कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन 

बैतूल में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने छात्र संघ चुनाव बहाली, छात्रवृत्ति घोटाले की जांच और बैतूल मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड से हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदेशाध्यक्ष आशुतोष चौकसे के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचने का प्रयास किया, जहां पुलिस ने उन्हें रोका।

शहीद भवन में एक सभा के बाद, कार्यकर्ता रैली निकालकर कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, लेकिन प्रदर्शनकारी बैरिकेड तोड़कर कलेक्ट्रेट गेट तक पहुंच गए। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन लेने के लिए बाहर बुलाने की मांग की।

इसके बाद पुलिस ने एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष सहित लगभग तीन दर्जन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। उन्हें वाहन में बैठाकर ऑडिटोरियम ले जाया गया और बाद में छोड़ दिया गया।

प्रदेशाध्यक्ष बोले- छात्रसंघ चुनाव से डर रही सरकार प्रदेशाध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने कहा कि की छात्रों की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन देने आए थे। सरकार लगातार छात्र संघ चुनाव कराने से डर रही है। 18 साल सीएम रहे शिवराज सिंह, वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव छात्र राजनीति का प्रोडक्ट है।

उसके बाद भी भाजपा छात्र संघ चुनाव कराने से डरती है। भाजपा को डर है कि कांग्रेस का छात्र संगठन उसे छात्र संघ चुनाव में पटखनी दे देगा। या शायद यह डर है कि कोई छात्र नेता इस राजनीति से निकलकर आ जाएगा तो उनके बच्चों का भविष्य खतरे में आ जायेगा।

प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल

एनएसयूआई नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था अस्त-व्यस्त है और सरकार छात्रों की आवाज दबा रही है। उन्होंने बैतूल मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड में देने को जनता और विद्यार्थियों के साथ धोखा बताया। एनएसयूआई ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।

हालांकि, एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का दावा किया, लेकिन बैतूल एसडीएम अभिजीत सिंह ने स्पष्ट किया कि किसी भी कार्यकर्ता को गिरफ्तार नहीं किया गया था, उन्हें केवल हिरासत में लेकर छोड़ा गया।

संवाददाता :- विशाल धुर्वे