नौगाम पुलिस स्टेशन में भीषण धमाका, 7 की मौत — 30 से अधिक घायल
7 लोगों की मौत, 30 से अधिक घायल
धमाके में अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 27–30 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में पुलिसकर्मी, फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) के अधिकारी और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें सेना के 92 बेस अस्पताल और SKIMS में भर्ती कराया गया है।
हमला नहीं, आकस्मिक विस्फोट—पुलिस
घटना के तुरंत बाद इलाके को घेराबंदी कर उच्च अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया। शुरुआती जानकारी में कुछ लोगों ने इसे हमला समझा, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया कि,“यह आतंकवादी हमला नहीं, बल्कि जब्त किए गए विस्फोटक की सैंपलिंग के दौरान हुआ आकस्मिक विस्फोट है।”पुलिस स्टेशन में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट एक हालिया केस में बरामदगी के बाद सुरक्षित रखा गया था। फॉरेंसिक टीम उसी का परीक्षण कर रही थी, तभी हादसा हुआ।
पूरे क्षेत्र में दहशत, राहत-बचाव कार्य देर रात तक जारी
धमाके की आवाज़ कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। स्थानीय लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए। दमकलकर्मियों और पुलिस की टीम ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घटनास्थल से धुआँ उठता रहा और कई घंटों तक मलबा हटाने का काम चलता रहा।
नौगाम थाना पहले से जांच में सक्रिय
यह पुलिस थाना हाल ही में एक बड़े “व्हाइट कॉलर” अवैध नेटवर्क की जांच को लेकर सुर्खियों में था, जिसमें डॉक्टरों और प्रोफेशनल्स के शामिल होने की आशंका जताई गई थी। विस्फोट के बाद इन जांच फाइलों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भी विशेष टीम लगाई गई।
जांच के आदेश, विशेषज्ञ टीम करेगी मूल्यांकन
सरकार ने इस घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दे दिए हैं।फॉरेंसिक विशेषज्ञ यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि विस्फोटक सामग्री में अचानक इतनी बड़ी प्रतिक्रिया कैसे हुई। साथ ही सुरक्षा प्रक्रियाओं की भी समीक्षा की जाएगी कि कहीं लापरवाही तो नहीं हुई।
संवाददाता :- मोहम्मद आरिफ

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