बालिकाओं की होगी काउंसलिंग, दूसरे जगह सिफ्ट कराने की कवायद
सिंगरौली में नवजीवन बिहार में संचालित गायत्री बालिका गृह के संचालिका पर लगे आरोपो की जांच तेज है। बालिकाओं पर काउंसलिंग कराने के साथ-साथ दूसरे जगह सिफ्ट कराने की कवायद चल रही है। हालांकि पहली दफा प्रशासन का प्रयास असफल रहा।
गौरतलब है कि विंध्यनगर में संचालित गायत्री बालिका गृह के संचालिका पर गंभीर आरोप हैं। जिसके संबंध में विशेष न्यायाधीश अंतर्गत पास्को एक्ट एवं जांचकर्ता अधिकारी सिंगरौली द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को पत्र लिखकर 9 बालिकाओं को किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने के लिए पिछले सप्ताह 13 नवम्बर को पत्राचार किया गया था। जहां पुलिस के द्वारा उक्त बालिकाओं को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने पुलिस भी पहुंची थी, लेकिन बालिकाओं ने ऐन वक्त पर दूसरे स्थान जाने से इंकार कर दी थी और पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा था। वहीं उक्त मामले की जांच इन दिनों काफी तूल पकड़ा हुआ है। मीडिया कर्मियों ने आज कलेक्टर गौरव बैनल से उक्त मामले में चर्चा कर जानकारी ली गई, जहां कलेक्टर ने बताया कि बालिकाओं को काउंसलिंग कराई जाएगी और यह काउंसलिंग उनके परिजन माता-पिता के सामने कराई जाएगी। साथ ही दूसरी जगह सिफ्ट भी कराया जाएगा। गायत्री बालिका गृह के संचालिका को नोटिस भी जारी की जाएगी। यदि आरोप सही पाये गये तो, नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी।
अब सबकी नजरें अंतिम जांच रिपोर्ट पर जांच-पड़ताल के दौरान बालिका गृह नवजीवन बिहार में कई खामिया मिली हैं। खामियों में स्टाफ की भारी कमी, निर्धारित मापदण्ड को पूरा न करने के साथ-साथ बालिका गृह में संचालिका मॉ-बेटी का दखल समेत अन्य कई कमियां गिनाई जा रही है। हालांकि अभी तक उक्त कमियों को उजागर नही किया गया है। दबि जुबान में ऐसी खबरे आ रही हैं। वहीं उक्त मामला इन दिनों काफी गरमाता जा रहा है। चर्चा है कि आईसीडीएस अमला दबाव में है। कलेक्टर की ओर से मांगी गई जवाबदेही बताती है कि आने वाले दिनों में और भी कार्रवाई संभव है। प्रशासन की अगला कदम ही तय करेगा कि यह मामला सिर्फ लापरवाही है या इसके पीछे और भी बड़ी प्रणालीगत खामियां छिपी हैं।
संवाददाता :- आशीष सोनी

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