नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर निमोनिया जागरूकता कार्यक्रम हुआ आयोजित
विश्व निमोनिया दिवस के अवसर पर बुधवार को नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस वर्ष की थीम 'बाल जीवन रक्षा - स्वच्छ हवा, हर सांस मायने रखती है' रखी गई थी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शीघ्र उपचार, मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों और टीकाकरण के माध्यम से निमोनिया से होने वाली मृत्यु दर को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करना था।
डॉ. आर.आर. कुर्रे ने इस अवसर पर बताया कि निमोनिया फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। यह मुख्य रूप से 5 वर्ष से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करती है। यह बीमारी बैक्टीरिया, वायरस या फंगल संक्रमण के कारण होती है और विशेषकर ठंड के मौसम में अधिक घातक सिद्ध हो सकती है।
डॉ. कुर्रे ने जानकारी दी कि बैक्टीरियल निमोनिया का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है, जबकि वायरल निमोनिया के मरीज को घर पर भी स्वस्थ किया जा सकता है। उन्होंने निमोनिया के प्रमुख लक्षणों में खांसी, बुखार, सांस फूलना, सीने में दर्द, कमजोरी और ऑक्सीजन की कमी को शामिल बताया। लक्षणों के 48 घंटे के भीतर गंभीर होने की संभावना रहती है, इसलिए तत्काल चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक है।
डॉ. कुर्रे ने बताया कि विश्व स्तर पर पहली बार 12 नवंबर 2009 को विश्व निमोनिया दिवस मनाया गया था और अब 100 से अधिक संगठन इस अभियान से जुड़े हैं। उन्होंने भारत की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश में हर 39 सेकंड में एक बच्चा निमोनिया से अपनी जान गंवाता है।
डॉ. कुर्रे ने समय पर टीकाकरण, अच्छा पोषण, स्तनपान, स्वच्छ हवा और धूम्रपान से दूरी बनाए रखने की सलाह दी। इसके अतिरिक्त, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनना, व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना और संक्रमण नियंत्रण की आदतों को अपनाना भी महत्वपूर्ण है।
डॉ. कुर्रे ने विशेष रूप से ठंड के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित रखने की अपील करते हुए कहा, हर सांस मायने रखती है, निमोनिया को उसके रास्ते में ही रोकें,कार्यक्रम के अंत में, रेलवे हॉस्पिटल नरसिंहपुर में स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। स्टेशन परिसर में घोषणाओं के माध्यम से यात्रियों को निमोनिया से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई।
संवाददाता: दीपक मालवीय

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