विकास की सच्चाई उजागर करते नरसिंहपुर जिले के ग्रामीण क्या है पूरा मामला ?

एक तरफ सरकार विकास के बड़े बड़े दावे कर रही है लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है ऐसा ही मामला नरसिंहपुर जिले की गाडरवारा तहसील की खमरिया और पिठवानी गांवों के बीच बहने वाली ऊमर नदी ग्रामीणों के लिए वर्षों से एक बड़ी समस्या बनी हुई है। इन दोनों गांवों को जोड़ने वाली इस नदी पर आज तक पुल का निर्माण नहीं हो सका है, जिसके कारण ग्रामीणों को दैनिक कामों के लिए जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है।

बरसात के दिनों में जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता है, तब यह रास्ता बेहद खतरनाक हो जाता है। वर्तमान में बारिश कम होने के कारण पानी अपेक्षाकृत कम है, फिर भी लोगों को पैदल ही नदी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है। बारिश के मौसम में पानी बढ़ने पर स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पुल निर्माण के लिए कई बार प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई है, लेकिन उनकी समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है।

इस समस्या ने स्थानीय स्तर पर एक अनोखा रोजगार भी पैदा कर दिया है। यदि किसी ग्रामीण को अपनी बाइक एक गांव से दूसरे गांव ले जानी होती है, तो इसके लिए बैलगाड़ी की सुविधा उपलब्ध है। प्रति बाइक 10 रुपये का किराया देकर वाहन नदी पार कराया जाता है। ग्रामीणों ने सरकार से जल्द से जल्द इस नदी पर पुल का निर्माण कराने की मांग की है, ताकि उन्हें हर दिन इस तरह की मुश्किलों और जोखिम भरे सफर का सामना न करना पड़े अब देखना होगा कि नरसिंहपुर जिले के दो दो कद्दावर मंत्री कब तक इस समस्या का समाधान करवाते है!
संवाददाता दीपक मालवीय