प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक आयोजित
बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री ने समिति के सदस्यों को अपनी शुभकामनाएं देते हुये अवगत कराया कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के मशानुसार 2047 में प्रदेश की संरचना कैसी हो, उसके संबंध में अलग-अलग क्षेत्र जिन में व्यापार, समाजसेवी, प्रौद्योगिकी आदि वर्गो के प्रतिनिधियों को शामिल कर जिला विकास सलाहकार समिति का गठन किया गया है। प्रभारी मंत्री ने समिति द्वारा प्रस्तावित सभी सुझावो से अवगत होने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत 250 से अधिक आबादी वाले ऐसे ग्रामो को जिनमें जिन में पहुंच मार्ग की आवश्यकता हो, उन्हें विधानसभावार चिन्हित कर समिति अपने विधायको के माध्यम से प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें, ताकि ग्रामो में सुगम आवागमन के लिए पहुंच मार्ग उपलब्ध कराया जा सके। प्रभारी ने उद्योग एवं रोजगार के बिंदुओ पर चर्चा करते कहा कि उद्योगीकरण के लिए एमपीआईडीसी निर्धारित किए गए औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगो के लिए जमीन आवंटन किया जाये, साथ ही देवसर एवं चितरंगी क्षेत्रांतर्गत औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए जाये। उन्होंने कहा कि जिलें में सभी वर्गो में सहकारी समितियों का गठन किया जाये, ताकि वित्त सहकारिता, दुग्ध उत्पादन, मछली पालन जैसे महत्वपूर्ण व्यावसयो को बढ़ावा दिया जाकर जिलें के आर्थिक विकास में वृद्धि की जा सके। बैठक के अंत में प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश के मख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जिले में विगत दो वर्षो में कई विकास कार्यो को मूर्त रूप दिया गया है, जिसमें परसौना से माड़ा फोरलेन सड़क निर्माण तथा बरगवां से परसौना फोरलेन सड़क निर्माण, सीधी टिकरी से सरई रजमिलान मार्ग, चितरंगी से चितावल, तमई, झरकाटा बरवाडीह घोरवाल मार्ग उ.प्र. सीमा तक के मार्ग प्रस्तावित है। इसके अलावा भी जिले के अन्य विकास कार्यो की स्वीकृती प्रदान की गई है। बैठक के दौरान समिति के सदस्य एवं जिलाधिकारी मौजूद रहे।
संवाददाता :- आशीष सोनी

0 Comments