रिफाइनरी की उड़ती हुई डस्ट और दूषित पानी से परेशान है यहां के गांव
बीना : वैसे तो यदि कहा जाए तो बीना रिफाइनरी से यहां के ग्रामीण इलाकों में काफी समस्याएं है लेकिन अभी वर्तमान स्थिति में दो ऐसी समस्याएं है जिनसे यहां के ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया और यहां के निवासी अनेक बार इसकी शिकायत कर चुके है। लेकिन उनकी समस्या न तो प्रशासन सुनता है और न ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि दरअसल बीना रिफाइनरी में बाहर से कच्चा तेल निर्यात होता है जिसे यहां फिल्टर कर अलग किया जाता है एवं यहां का जो दूषित पानी होता है वह यहां के नालों में छोड़ दिया जाता है जिससे हैंडपंपों में से बदबूदार और दूषित पानी निकलता है जिससे ग्रामीण को आये दिन बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
ऐसे ही कच्चा तेल फिल्टर करते समय जिस भी ईंधन का उपयोग किया जाता है उससे वहां के ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत ही हानिकारक गैस फैल जाती जिससे सांस लेना भी मुस्किल होता है और इसकी जो डस्ट (राख) होती है उसको ग्राम भांकराई के पास एकत्रित कर दिया जाता है। लेकिन जब तेज हवाएं चलती हैं तो वही राख दर्जनों गांव में फैल जाती है और ग्रामीण इलाकों में अंधकार छा जाता है।
वहीं उड़ती हुई राख सांस लेते समय व्यक्तियों के शरीर में प्रवेश करती है जिससे बीमारियां अधिक बढ़ती जाती है। इस संबंध में कई बार शिकायतें की जा चुकी है। किंतु ग्रामीणों को सदैव निराशा ही मिली है ग्रामीणों ने कई बार राजनीतिक लोगो का सहारा भी लिया लेकिन वह भी पैसों से भरा सूटकेस लेकर दिखाई नहीं देते अब ग्रामीण हताश हो चुके है।
संवाददाता : रविन्द्र दांगी
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