Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

समरसता यात्रा का आष्टा में हुआ आत्मीय स्वागत, नागरिकों ने पादुकाओं के दर्शन किए तथा पूजा अर्चना की

  समरसता यात्रा का आष्टा में हुआ आत्मीय स्वागत, नागरिकों ने पादुकाओं के दर्शन किए तथा पूजा अर्चना की





                  समरसता यात्रा के सीहोर जिले के ग्राम रामपुर पहुंचने पर आष्टा विधायक  रघुनाथ मालवीय, खातेगांव विधायक  आशीष शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष  गोपाल सिंह इंजीनियर तथा जनपद अध्यक्ष  दीक्षा सोनू गुणवान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने चरण पादुका की पूजा अर्चना कर भव्य तथा आत्मीय स्वागत किया। संत शिरोमणि गुरुदेव  रविदास जी के भव्य मंदिर का निर्माण सागर के बड़तुमा में किया जाएगा। यह मंदिर पूरे प्रदेश के नागरिकों और समाजों को एक सूत्र में पिरोने के लिए अनोखी मिशाल पेश करेगा। मध्यप्रदेश शासन ने इस समरसता के संदेश को प्रसारित करने के लिए 5 जिलों से 25 जुलाई को समरसता यात्राएं प्रारम्भ की है।


         समरसता यात्रा ने देवास से सीहोर जिले के ग्राम रामपुर, सिंगार चोली, रोला, खामखेड़ा जत्रा, नवरंगपुर गांव जोड़ होते हुए आष्टा पहुँचकर समरसता का संदेश दिया तथा गांव-गांव से मिट्टी और जल एकत्रित किया। आष्टा पहुंचने पर समरसता यात्रा का आत्मीयता के साथ भव्य स्वागत किया गया। संत रविदास के जयकारे लगाते हुए नगर में यात्रा ने भ्रमण किया। नगर भ्रमण के दौरान अनेक सामाजिक मंचों, व्यापारिक मंचों, समुदायों द्वारा पुष्प वर्षा की गई तथा चरण पादुका पूजा अर्चना की गई। यात्रा के दौरान नागरिकों द्वारा चरण पादुका और समरसता यात्रा में चल रहे लोगों पर लगातार पुष्प वर्षा की। इस दौरान बड़ी संख्या में नागरिकों ने चरण पादुका की पूजा अर्चना की और संत रविदास की जयकारे लगाए।


        समरसता यात्रा आष्टा नगर के अंबेडकर भवन, मंडी गेट, तहसील चौराहा, बंजारी माता, कॉलोनी चौराहा तथा भाव बाबा मंदिर होते हुए मानस भवन पहुंची। मानस भवन में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। 


        जनसंवाद कार्यक्रम में आष्टा विधायक  रघुनाथ सिंह मालवीय ने कहा कि मन चंगा तो कटौती में गंगा। यह सार्वभौमिक संदेश पूरे प्रदेश में फैलाने के लिए शासन ने समरसता यात्रा प्रारम्भ की है। सीहोर जिले की मिट्टी और जल सागर में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले भव्य मंदिर निर्माण में उपयोग में लायी जाएगी। उन्होंने कहा कि गांव-गांव की मिट्टी और जल से बनने वाले मंदिर से जनमानस में यह भावना जागेगी कि निर्माण में हमारी भी मिट्टी और जल शामिल है। इससे एक अपनेपन का संदेश जाएगा। समाज के अलग-अलग वर्ग में यही संदेश समरसता का है।

 

           विधायक मालवीय ने कहा कि संत रविदास जैसे संतों का अवतरण हमारे देश में हुआ। जिनके समरसता के संदेश ने सम्पूर्ण भारत को सदभाव और एकता के सूत्र में बांधे रखा। संत रविदास जी के कर्म प्रधानता और समरसता के सिद्धांत को हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में एकता और समरसता बनाये रखने के लिए शासन की ओर से यह बड़ा प्रयास है। उन्होंने कहा कि 12 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी सागर में 100 करोड़ रूपए से अधिक की लागत से बनने वाले संत रविदास जी के भव्य मंदिर के निर्माण की आधार शिला रखेंगे। हम सब अपने गांव की मिट्टी और जल लेकर इस गौरवशाली क्षणों के साक्षी बनने सहभागी होने का प्रयास करें। 


        कार्यक्रम में उपस्थित समरसता यात्रा के सीहोर जिले के संयोजक  धारा सिंह पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने संत रविदास समरसता यात्रा के माध्यम से समाज और देश को एक सूत्र में जोड़ने का काम किया है। कार्यक्रम में  कैलाश सुराना ने भी संबोधित किया।


मिट्टी और जल अर्पित


          सागर में 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले संत रविदास के मंदिर के निर्माण के लिए सीहोर जिले के आष्टा तहसील के ग्राम रामपुर, सिंगारचोली, रोला, खामखेड़ाजत्रा, नवरंगपुर ग्राम से लाई गई मिट्टी और जल समरसता यात्रा को अर्पित की गई। इस जल और मिट्टी का मंदिर निर्माण में उपयोग किया जाएगा। 


लोक गायकों के दल द्वारा भजनों की प्रस्तुति


          जनसंवाद कार्यक्रम आयोजन के दौरान लोक गायकों के दल ने भजनों के माध्यम से संत रविदास जी की स्तुति करते हुए उनका गुणगान किया। कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति से कार्यक्रम स्थल का वातावरण भक्तिमय हो गया और कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने संत रविदास जी के जयकारे लगाए।


12 अगस्त को रखी जाएगी संत रविदास मंदिर की आधारशिला


 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संत रविदास जी महाराज के भव्य मंदिर का शिलान्यास व भूमिपूजन 12 अगस्त को करेंगे। इस मंदिर के निर्माण में प्रदेश के 313 विकासखंडों से एकत्रित होने वाली मिट्टी से भूमिपूजन में नींव रखी जायेगी। इसमें सीहोर जिले की मिट्टी व जल का भी योगदान रहेगा। यह मंदिर 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। 


कार्यक्रम में यह रहे उपस्थित


         जनसंवाद कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष  गोपाल सिंह इंजीनियर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष  जीवन सिंह मंडलोई, आष्टा जनपद अध्यक्ष  दीक्षा सोनू गुणवान,  बाबूलाल,  प्रताप सिंह जाट,  राय सिंह मेवाडा,  जय सिंह, बलजीत सिंह चौहान,  भगवानदास परमार,  माधव सिंह, जन अभियान परिषद से  प्रदीप सेंगर सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।



Post a Comment

0 Comments