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सहकार से समृद्धि’ के विजन को साकार करने के लिए जिला स्तरीय सहकारी विकास समिति का गठन किया गया हैं

 

सहकार से समृद्धि’ के विजन को साकार करने के लिए जिला स्तरीय सहकारी विकास समिति का गठन किया गया हैं




"सहकार से समृद्धि" के विजन को साकार करने के लिए सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश अनुसार जिला स्तरीय सहकारी विकास समिति का गठन किया गया हैं। कलेक्टर ऋषि गर्ग की अध्यक्षता में इस समिति की प्रथम समीक्षा बैठक सोमवार को संपन्न हुई। बैठक में अपर कलेक्टर डॉ. बी नागार्जुन गौड़ा, उपसंचालक कृषि, उपसंचालक पशुचिकित्सा, सहायक संचालक उद्यानिकी, मत्स्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर गर्ग ने निर्देश दिये कि जिन ग्राम पंचायतों में अभी तक दुग्ध सोसाईटी अथवा मत्स्य सोसाइटी नहीं हैं वहाँ सम्बन्धित विभागों से संपर्क कर समितियों का पंजीयन करवाया जाए। साथ ही पंजीकृत समितियों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।  

बैठक में सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पेक्स समितियों को सुदृढ़ करने के लिए विभिन्न निर्णय लिए गए, जिसमे मुख्य रूप से पेक्स समितियों के मॉडल बायलॉज अंगीकृत करना, पेक्स कम्प्यूटराइजेशन, पेक्स समितियो में कॉमन सर्विस सेन्टर खोलना शामिल है। इसके अलावा प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान हेतु रजिस्ट्रेशन करवाना, पेक्स संस्थाओं को एल.पी.जी., पेट्रोल पंप इत्यादि की डिस्ट्रीब्यूटर शिप के लिये भी पात्र किया गया है।

बैठक में सहायक आयुक्त सहकारिता बासुदेव भदोरिया ने बताया कि अमृतकाल 2047 योजना अंतर्गत आगामी एक साल में ग्राम पंचायतों तक पेक्स स्थापित करने के निर्देश प्राप्त हुए है। उन्होने बताया कि जिले में 83 प्राथमिक दुग्ध सहकारी संस्थाएं पंजीकृत हैं, जिसमें से 26 सोसायटी कार्यशील है। इसके अलावा जिले में 19 प्राथमिक मत्स्य सहकारी संस्थाएं पंजीकृत है, जिसमें से 6 कार्यशील है। उन्होने बताया कि पुष्कर धरोहर अभियान के तहत जिले में 162 जल इकाइयां निर्मित है तथा अमृत सरोवर अभियान के तहत 70 जल इकाइयां है। पुनर्जीवित जल संरचनाओं तथा तालाबों में मत्स्य पालन समूहों को मत्स्य सहकारी संस्थाओं में पंजीकृत करने के लिये निर्देश जारी किये गये है। भदोरिया ने बताया कि जिले में 5 पैक्स द्वारा जन औषधि केन्द्र की स्थापना के लिये रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही पूर्ण की गई है। जिले की समस्त पैक्स द्वारा खाद का वितरण करते हुए पूर्व से ही उर्वरक खुदरा विक्रेता के रूप में कार्य किया जा रहा है। उन्होने बताया कि वर्तमान जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक होशंगाबाद की शाखाओं एवं सम्बद्ध पैक्स में माइक्रो एटीएम स्थापित करने की कार्यवाही प्रचलित है।

संवाददाता: डॉली सोनी 



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