Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

बंगाल में CAA को लेकर मतदान से पहले सरकार ने ममता बनर्जी के गढ़ में कर दिया कांड

बंगाल में CAA को लेकर  मतदान से पहले सरकार ने ममता बनर्जी के गढ़ में कर दिया कांड

लोकसभा चुनाव 2024 का आखिरी यानि सातवां चरण होना अभी बाकी है. 1 जून को होने वाली वोटिंग से पहले पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. केंद्र सरकार ने सीएए के तहत पश्चिम बंगाल के साथ-साथ हरियाणा और उत्तराखंड में नागरिकता देने की शुरूआत कर दी है. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संबंधित राज्यों की अधिकार प्राप्त समिति ने तीनों राज्यों के आवेदकों को नागरिकता प्रदान की. नागरिकता संशोधन नियम, 2024 के तहत नागरिकता प्रमाण-पत्र देने की प्रक्रिया अब पश्चिम बंगाल राज्य में भी शुरू हो गई है, जहां राज्य से आए आवेदनों के पहले सेट को अधिकार प्राप्त समिति, पश्चिम बंगाल की ओर से नागरिकता प्रदान की गई. दरअसल, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीएए का विरोध कर रही हैं. उन्होंने कहा था कि वो राज्य में सीएए, यूसीसी और एनआरसी लागू नहीं होने देंगी. इन सब के बीच पश्चिम बंगाल में लोगों को नागरिकता भी दे दी गई. नागरिकता संशोधन नियम, 2024 की अधिसूचना के बाद दिल्ली की अधिकार प्राप्त समिति ने पहली बार भारतीय नागरिकता प्रदान की. आवेदनों की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन पोर्टल के जरिए की जाती है.


भारत सरकार ने दिसंबर 2019 में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न की वजह से 31 दिसंबर 2014 को या इससे पहले आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता देने के लिए सीएए बनाया है. राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद कानून को अधिसूचित कर दिया गया था लेकिन भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए नियम चार साल की देरी के बाद 11 मार्च को जारी किए गए.

Post a Comment

0 Comments