Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

Responsive Advertisement

ऎतिहासिक अज़ब कुँवरी बावड़ी का जीर्णोद्वार कार्य शुरू

 ऎतिहासिक अज़ब कुँवरी बावड़ी का जीर्णोद्वार कार्य शुरू

नमामि गंगे अभियान अंतर्गत बावड़ी से कई ट्राली कचरा निकाला गया
सफाई कर्मियों के साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया श्रमदान
घर -घर चिड़ियों के घोसले लगाने का चलेगा अभियान
मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर पालिक निगम रीवा, कन्या महाविद्यालय, राज्य आनंद संस्थान रीवा इकाई, रिएक्ट संस्था सहित अन्य संगठनो के संयुक्त तत्वावधान में रीवा में पुरातत्व एवं पर्यावरण की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण गुढ़ चौराहे के पास स्थित पौने चार सौ साल पुरानी *अज़बकुंवरी बावड़ी* की सफाई एवं जीर्णोद्वार कार्य का शुभारंभ किया गया। जीर्णोद्वार कार्य में कलेक्टर प्रतिभा पाल, नगर निगम कमिश्नर संस्कृति जैन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी एसडी बाल्मीक्, पर्यावरण, पुरातत्व विशेषज्ञ व रिएक्ट संस्था के अध्यक्ष डॉ मुकेश येंगल एवं नगर निगम व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने जीर्णोद्वार कार्य का नेतृत्व किया।
क्षेत्रीय अधिकारी एसडी बाल्मीक्, जीडीसी प्राचार्य डॉ विभा श्रीवास्तव, वैज्ञानिक डॉ शुभी माथुर, समाजवैज्ञानिक डॉ रचना श्रीवास्तव, पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ मुकेश येंगल, सामाजिक कार्यकर्ता अंजुम बेनज़ीर, डॉ स्वाति शुक्ला एवं जीडीसी में स्पोर्ट्स ऑफिसर एवं एनसीसी प्रभारी डॉ शिल्पा शर्मा, केंद्र सरकार के क्षेत्रीय अधिकारी मुकेश मंडल, डॉ संजय मिश्रा, नगर निगम में आईईसी हेड विवेक परमार, अवनीश शुक्ला, अनीश सिंह, बघेल, प्राची खान, आयुष उपाध्याय, विजय पटेल ,निर्भय सिंह , प्रवीण सिंह तथा आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डॉ दीपक कुलश्रेष्ठ की उपस्थिति में सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने बावड़ी की सफाई करते हुए नगरवासियों से आहवान किया कि नगर की इस सुंदर संरचना को सुरक्षित एवं संरक्षित् रखने के लिए आगे आये।
सामाजिक कार्यकर्ता अंजुम बेनज़ीर एवं डॉ मुकेश येंगल के प्रयासों हर घर में चिड़ियों का घोंसला लगाकर उन्हें बचाने के लिए रीवा जिले में एक लाख घोंसले लगाए जाने का भी संकल्प लिया गया और घोंसलों की डिजाइन सार्वजनिक की गई।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी इंजी एसडी बाल्मिक ने कहा कि मिशन लाइफ की अवधारणा के साथ सभी को कार्य करने की आवश्यकता है। जीडीसी की प्राचार्य डॉ विभा श्रीवास्तव ने अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि बावड़ी को देखने और इसके महत्व को महसूस करने की आवश्यकता है। डॉ मुकेश येंगल ने बावड़ी के इतिहास की जानकारी देते हुए जल संरक्षण एवं संवर्धन के महत्व को विस्तार से बताया।
आयोजन में कन्या महाविद्यालय की रुचि द्विवेदी, संध्या पटेल, आरती गुप्ता, आराध्या द्विवेदी, रीना दाहिया, पूर्णिमा साहू, रश्मि द्विवेदी, उत्सव के विजय निगम, सामाजिक कार्यकर्ता रोशनी मैत्रेय, कुसुम सिंह, आशा सिंह, भोलेनाथ, बडी संख्या में एनसीसी कैडेट्स, रिएक्ट संस्था के सदस्य, जीडीसी की छात्राओं सहित सैकड़ो लोग शामिल रहे।

संवाददाता : आशीष सोनी

Post a Comment

0 Comments