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कलेक्टर के अध्यक्षता में हुई अशासकीय शालाओं के संचालन की समीक्षा बैठक आयोजित

कलेक्टर के अध्यक्षता में हुई अशासकीय शालाओं के संचालन की समीक्षा बैठक आयोजित


कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला के अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में अशासकीय शालाओं के संचालन एवं आरटीई नियमो के परिपालन की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान विद्यालयों के भौतिक संरचना, विद्यालय शुल्क, गणवेश एवं पाठय् पुस्तक रेट,शिक्षा पोर्टल 3.0 में मैपिंग की विस्तार से जानकारी ली गई। 

बैठक में उपस्थित विद्यालयों के प्राचार्यो को कलेक्टर के द्वारा निर्देश दिया गया कि विद्यालयों में शासन द्वारा निर्धारित आरटीई गाईड लाईन का शत प्रतिशत पालन किया जायें। कलेक्टर के द्वारा निर्देश दिया कि विद्यालयों में दिव्यांग छात्रो के लिए अनिवार्य रूप शौचालय का निर्माण कराया जाने के साथ शौचालय तक पहुचने के लिए सुगम आवागन की व्यवस्था किया जाना सुनिश्चित करे। उन्होंने निर्देश दिए कि आरटीई नॉर्मस के आधार पर विद्यालयों में भौतिक संरचनाए नही पाए जाने पर संबंधित विद्यालय की मान्यता रद्द करने की कार्यवाही की जायेंगी। उन्होंने कहा कि छात्रो को मूलभूत सुविधाए उपलंब्ध कराना विद्यालय की जिम्मेदारी हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि एलकेजी से कक्षा दूसरी तक के छात्रो की परिक्षाएं नही ली जायेंगी इसका  विद्यालय शत प्रतिशत पालन करे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि 5 वी एवं 8 वी के अतिरिक्त अन्य कक्षांओ में विद्यालय बाधा रहित कक्षोन्नति प्रदान करे। उन्होंने कहा कि शिक्षक यह सुनिश्चित करे कि विद्यालय में पढ़ने वाले किसी भी छात्रो को शारिरिक एवं मानसिक रूप से दण्ड नही दिया जाये। साथ ही निर्देश दिए कि सभी विद्यालय छात्रो की शत प्रतिशत अपार आईडी बनाया जाना सुनिश्चित करे।

कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित प्राचार्यो व प्रबंधको को निर्देश दिए कि अगर कोई छात्र विद्यालय शुल्क जमा नही कर पा रहा है तो छात्र को शुल्क के आभाव में मानसिक रूप से प्रताड़ित नही किया जाये। इसकी शिकायत मिलने पर संबंधित विद्यालय के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेंगी। कलेक्टर ने कहा कि माता पिता अपने बच्चो के बेहतर भविष्य के लिए अपनी ज्यादातर कमाई अपने बच्चो की पढ़ाई पर खर्च करते है। अब यह दायित्व विद्यालयों का बनता है कि वह बच्चो के पर्सनाल्टी डेवलपमेंट से लेकर उसके स्कील डेवलपमेंट हेतु अपना पूरा योगदान दे।  इसके लिए विद्यालयों में नियमिति रूप से विभिन्न प्रकार के सास्कृतिक एवं खेलकूद गतिविधियां संचालित करे। संप्ताह में एक दिन बैगलेश घोषित हो तथा विद्यालय बैग पालसी अनुसार बस्तो का वजन निर्धारित करे। इसी के साथ कमजोर छात्रो को बढ़ावा देने हेतु कक्षा में बैठक व्यवस्था का रोटेशन किया जायें।

कलेक्टर ने विद्यालय प्रबंधको व प्रचार्यो को सख्त निर्देश देते हुयें कहा विद्यालय के शुल्क में 10 प्रतिशत से अधिक वृद्धि नही किया जायें। साथ ही डिजिटल, स्मार्ट क्लास रूम के नाम से अतिरिक्त शुल्क वशूल नही किया जायें। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी विद्यालय यह सुनिश्चित करे कि 10 वी पास करने वाले उनके छात्रों को 11 वी तथा 12 वी की कंक्षा में सहजता से प्रवेश मिले छात्रो को प्रवेश के लिए कही भटकना न पड़े यह विद्यालय की जिम्मेदारी है। साथ ही  निर्देश दिए कि विद्यालयो में छात्रो को निर्धारित समय पर  प्रवेश दिया जाये तथा इसकी सूचना सूचना पटल पर चस्पा किया जायें। कलेक्टर ने डीपीसी को निर्देश दिए कि जॉच दल का गठन कर सभी विद्यालयों में आरटीई नॉर्मस के परिपालन की जॉच कराएं। जॉच के दौरान यह सुनिश्चित करे कि सभी विद्यालय शुल्क वृद्धि नियमों का पालन करें। इसके साथ विद्यालय की भौतिक संरचनाओं की भी जॉच करायें। तथा यह भी जॉच करायें कोई विद्यालय दुकान विशेष से पाठ्य पुस्तक एवं गणवेश क्रय के लिए विद्यार्थियो पर दबाव तो नही बनाया जा रहा है। बैठक के दौरान डीपीसी आर.एल शुक्ला, सहायक संचालक कविता त्रिपाठी सहित अशासकीय विद्यालयों प्रबंधक सहित प्राचार्य गण उपस्थित रहे।


संवाददाता : आशीष सोनी 

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