स्वसहायता समूह की महिलाएं बना रही हैं बेसन के लड्डू 35 से 40 रूपये हो रहा है प्रति किलो मुनाफा
जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्व सहायता समूहों को स्वरोजगार की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए कृषि एवं गैर कृषि आजीविका कार्यों से जोड़ा जा रहा है। इसी कड़ी में विकासखंड शाहपुर के भौंरा ग्राम में अन्नपूर्ण स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बेसन के लड्डू निर्माण का कार्य हाथ में लिया गया है। समूह की महिलाएं प्रतिदिवस लगभग 60 किलोग्राम बेसन के लड्डू का निर्माण कर लेती है। माह में कुल 24 दिवस कार्य करती है। इस प्रकार एक माह में लगभग 1400 किलोग्राम लड्डू का निर्माण कर रही हैं। समूह की सुश्री नीतू विश्वकर्मा ने बताया कि एक किलोग्राम लड्डू बनाने में लगभग 90 से 92 रूपए का खर्च आता है। पैकेजिंग व मार्केटिंग के उपरांत प्रति किलोग्राम लड्डू का 130 रूपये मूल्य मिलता है। जिससे उन्हें प्रति किलोग्राम 35 से 40 रूपए का शुद्ध मुनाफा होता है। इस प्रकार समूह को लगभग 50 हजार का प्रतिमाह लाभ हो रहा है। लड्डू के विक्रय के लिए उपाधी सोशल बैंचर्स संस्था मदद करती है। इस संस्था का आजीविका मिशन से गैर वित्तीय अनुबंध है। संस्था समूह के अच्छे उत्पादों को बेहतर मार्केट उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है।समूह के सदस्यों द्वारा सोमवार का कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिलाष मिश्रा को इन लड्डूओं का अवलोकन कराया। इस दौरान उपाधी सोशल बैंचर्स संस्था के रोशन कुमार निराला व ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक सतीश पवार भी मौजूद थे।
संवाददाता -डॉली सोनी
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