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किसान यूनियन ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, जल्द सर्वे कर मुआवजा देने की मांग, प्राकृतिक आपदा से टूटी कमर।

 किसान यूनियन ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, जल्द सर्वे कर मुआवजा देने की मांग, प्राकृतिक आपदा से टूटी कमर।



भारतीय किसान यूनियन ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर फसलों का सर्वे करवाकर तत्काल मुआवजा देने कीा मांग की है। यूनियन के प्रदेश महामंत्री हंसराज गालर ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ, लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी, कर्मचारी किसानों की फसल देखने नहीं आया।

एक माह तक बारिश न होने की वजह से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ था। बोई वाली धान, सोयाबीन की फसल पूरी तरह से सूख गई। मक्का, सोयाबीन और धान की फसलों को भारी नुकसान हुआ।

इसके बावजूद कोई भी अधिकारी, कर्मचारी किसानों के खेतों में नुकसान देखने नहीं आया। अतिवर्षा और तेज हवा के कारण भी फसलों को भारी नुकसान हुआ।

कृषि संबंधी अधिकारियों से बार-बार निवेदन के बावजूद आज तक कोई भी कर्मचारी, अधिकारी किसानों के खेतों में फसलों का नुकसान देखने नहीं आया। 

प्रदेश महामंत्री ने बताया कि प्राकृतिक आपदा किसानों के लिए आफत बनकर सामने आई। किसान बर्बाद फसल पर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। किसान मुआवजा नहीं मिलने की आशंका से चिंतित है।


यूनियन की मांग

बैतूल जिले कि जिन-जिन तहसीलों में भारी नुकसान हुआ है। उनका शीघ्र सर्वे करवाकर राहत राशि एवं फसल बीमा राशि दिलाई जाए। पिछले तीन वर्ष से बीमा कंपनियां सैटेलाइट सर्वे को मान्यता दे रही है।

सैटेलाइट सर्वे से किसानों को मूर्ख बनाया जा रहा है। सैटेलाइट फसलों की फसल, अफलन, फसल और घास में अंतर नहीं कर पाता। 

हम किसान किसी भी हालत में अब सैटेलाइट सर्वे को अब मान्य नहीं करेंगे। फसलों में हुई भारी नुकसान का जमीनी सर्वे करवाकर राजस्व पुस्तिका, परिपत्र की धारा 6-4 के अनुसार राहत राशि और ईमानदारी से फसल बीमा राशि प्रभावित किसानों को शीघ्र भुगतान की जाएं।

शीघ्र फसलों का सर्वे कराकर नष्ट हुई, फसलों की राहत राशि और बीमा राशि प्रभावित किसानों में वितरित की जाए। वरना किसानों को मजबूर होकर आंदोलन और धरना प्रदर्शन के लिए विवश होना पड़ेगा।

संवाददाता : विशाल कुमार धुर्वे 

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