मध्यप्रदेश के जिलों में बारिश होने का हाई अलर्ट
मध्यप्रदेश में 1 जून से लेकर 30 सितंबर तक औसत रूप से 18% अधिक बारिश हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश के जिलों में औसत से 13% अधिक जबकि पश्चिमी मध्यप्रदेश के जिलों में औसत से 22% ज्यादा बारिश हुई है।मौसम विशेषज्ञों ने कुछ जिलों में चक्रवाती हवाएं चलने और वज्रपात की घटनाएं होने की चेतावनी जारी की है। इसमें बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, विदिशा, भोपाल, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बेतूल, हरदा, रतलाम, उज्जैन, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ जिले शामिल हैं।मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को अब मानसून की वापसी होने लगेगी। चंबल और उज्जैन संभाग से भी मानसून विदाई ले लेगा।मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के 41 जिलों में बारिश होने या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। वहीं शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। कुछ जिलों में वज्रपात और झंझावत के साथ झोंकेदार हवाएं चलने की चेतावनी भी मौसम विभाग ने दी है।सोमवार को मौसम केंद्र भोपाल ने अगले 24 घंटों के लिए मौसम का संभावित पूर्वानुमान जताया है। इसके अनुसार भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, रतलाम, उज्जैन, देवास, अशोकनगर, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्णा जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी।इसके अलावा बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, सागर जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इनके अलावा शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा।मौसम विभाग के अनुसार बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर जिलों में वज्रपात और झंझावत के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चल सकती है।
संवाददाता : खुशी ढिमोले
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